वह ....''सिर्फ '''....
क्षेत्रीय ...नही है ..''वह है '''क्षात्र ''''__
केवल किसी 'संकीर्ण _क्षेत्र _का नही अपितु ....'क्षत्रिय ''''_सर्वभोम _
एकछत्र _अक्मेवाद्वितीय _'''क'शा 'त्र ''..{..विविधता को जो ''प्रमाणित एवं ''प्रभावित ''करे __
जो किसी 'अवर्त 'संकीर्णताओ में '''बध्ह ''{..बंधा हुआ ..}..नही है ..अपितु जो अपने .._
''क्षत्र तेज ''शूरता से ''..दिशाओ को भी बांध दे ''और ''''अन्याय ''अत्याचार ''होता हुआ न देख सके .._
वह राजपुताना ...'' + ''...{..प्लस ..}
{ मायनस } '' _ '' तो वह है जो आज इस देश की ''दिशाओ ''को ...'ड्रेगनो ''से ..नापाकी ..पाक ..से ..बचाने ...
में ...ना कामयाब साबित हो रहे है
जय ..क्षत्रिय _वंश _विजयते _
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