Monday, 15 July 2013

''mnchshlok

शब्द स्पर्श ''रूप ''
रस ''गंधाचे ''रूप ''
ओवाळावे '''योग ''कूप '''
गुरुकृपा कळावे _5 9

प्रतिभेची प्रतिमा '''
सार्थ ''प्र्द्ने ''ची ''सरिता ''
ओवाळावी ''अद्वेत ''करिता ''
गुरुकृपा कळावे _6 0

मृत्युंजय ''ओअदन ''कैसा ''
ब्रम्ह ''सद्न्ये ''जैसा ''
अनाहत ''शब्द ''हा ''ऐसा ''
गुरुकृपा कळावे _61

सार्थक जीवनाचा बिंब ''
भक्तीने ''होतो ''ओला _चिम्ब '''
गोड ''लागे ''कृत ''निम्ब ''
गुरुकृपा कळावे _6 2

निबन्ध ''हा ''अद्वेत ''
सारांश ''पाहता ''द्वेत ''
द्वेत _अद्वेत ''संज्ञा '''
गुरुकृपा कळावे _6 3

सहवासाचे _सुख ''
हेच ''महादुख ''
ब्रम्ह ''व्यक्त ''म '''हा ''भू ''क '''
गुरुकृपा कळावे _6 4

नित्य असावे सज्ज्य ''
आत्म्याला '''जाणावे '''निर्लज्य ''''
परमात्मा ''हाच ''अणु ''प्रसंज्ज्य ''
गुरुकृपा कळावे _6 5

समष्टी ''चा लावा ''बंध ''
यात ''व्य्ष्टीचा '''महाबन्द्ध ''''
''नित्य ''दरवळेल ''सुगन्ध '''
गुरुकृपा कळावे _6 6

मन ''जाणावा ''शूल ''
अपमान ''आभूषण ''फुल ''
''शिव्या '''नित्य ''अनुकूल ''
गुरुकृपा कळावे _6 7

संहार हा ''पुष्पहार ''
अवमानाचा '''व्यवहार ''
''अवघा '''स्वीकृतीचा '''परिवार ''
गुरुकृपा कळावे _6 8

अवमानाचे ''पुष्पहार
सातत्याचा ''हा ''व्यापार ''
''अहंभावाचा '''परिहार '''
गुरुकृपा कळावे _6 9

''शिंपल्यातून ''निघता ''मोती ''
''समष्टी ''परिपूर्ण ''होती ''
''साभार '''पळून ''जाती '''
गुरुकृपा कळावे _7 0

मन ओदुम्बर ''
अपमान ''दिगम्बर ''
विश्वास ''श्रद्धा ''अम्बर ''
गुरुकृपा कळावे _7 1

सप्रेम नमन ''माझे ''
गुरुमाउली ''त्वया ''साजे ''
''दुर्गे ''''''''तुझीच ''कृपा ''
गुरुकृपा कळावे _7 2

संगम 'मेथून 'जिव्हा '''
शिव शक्ती पहा ऊर्ध्व ''
खेचरी _मुद्रिका _रस _लाव्हा ''
गुरुकृपा कळावे _7 3

स्वर्द्यान कसे ओळखावे ''
''आकाश तत्वत ''नेसावे '''
सोवळे _ते _वायूत _पसरावे ''
गुरुकृपा कळावे _7 4

इडा ''नडीचे ''मद्य '''
''पिउन ''योग्याने ''सज्ज्य ''
''पिङ्ग्ले _सह _गमन _लज्य ''
गुरुकृपा कळावे _7 5






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