माधुर्याचे ''दर्शन '''
प्रांजळ ''सहवास ''कर्षण ''
दर्शन ''भक्ती ''आकर्षण ''
गुरुकृपा कळावे _5 2
हे नारायणी ''तुझ्यात ''
गंध '''ज्ञान '''क ''णा ''क ''णा ''त ''''
आदिशक्ति '''समग्र '''क्षणात '''
गुरुक्रृपा कळावे _5 3
भाव भांगीमेची वाट '''
स्तोत्र ''बसतो ''घ ''टा ''घ ''टा ''त '''
काळ_रात्रीचा ''परीपाट '''
गुरुकृपा कळावे _5 4
प्रारब्ध ''भोग ''कर्म ''
संचिताचे ''विकर्म '''
कर्म ''धरावा ''सुधर्म ''
गुरुकृपा कळावे _5 5
यज्ञ ''जप ''पाठ पूजा '''
उपवास ''सार ''बिजा ''
बीज ''गर्भ _वास ''तिजा '''
गुरुकृपा कळावे _5 6
अनंत सार विश्व ''
यज्ञ ''ब्र्म्होदन ''अश्व ''
प्र्ग्वार्य ''सूर्य ''विश्व ''
गुरुकृपा कळावे _5 7
प्र्ग्वार्य ताप ''मृत्यू ''
हाच ''ब्र्म्ह्चित्त ''दर्जा ''
'चित्त _विलासात लि उर्जा ''
गुरुकृपा कळावे _5 8
प्रांजळ ''सहवास ''कर्षण ''
दर्शन ''भक्ती ''आकर्षण ''
गुरुकृपा कळावे _5 2
हे नारायणी ''तुझ्यात ''
गंध '''ज्ञान '''क ''णा ''क ''णा ''त ''''
आदिशक्ति '''समग्र '''क्षणात '''
गुरुक्रृपा कळावे _5 3
भाव भांगीमेची वाट '''
स्तोत्र ''बसतो ''घ ''टा ''घ ''टा ''त '''
काळ_रात्रीचा ''परीपाट '''
गुरुकृपा कळावे _5 4
प्रारब्ध ''भोग ''कर्म ''
संचिताचे ''विकर्म '''
कर्म ''धरावा ''सुधर्म ''
गुरुकृपा कळावे _5 5
यज्ञ ''जप ''पाठ पूजा '''
उपवास ''सार ''बिजा ''
बीज ''गर्भ _वास ''तिजा '''
गुरुकृपा कळावे _5 6
अनंत सार विश्व ''
यज्ञ ''ब्र्म्होदन ''अश्व ''
प्र्ग्वार्य ''सूर्य ''विश्व ''
गुरुकृपा कळावे _5 7
प्र्ग्वार्य ताप ''मृत्यू ''
हाच ''ब्र्म्ह्चित्त ''दर्जा ''
'चित्त _विलासात लि उर्जा ''
गुरुकृपा कळावे _5 8
No comments:
Post a Comment