वैदिक लिट् रे च र का अधि कर ..''''सब '''' लोको को नही है ...
क्यों ...??
क्यों की ...''अधिक तर ..लोग सिर्फ .....''पु '''र '''वा '''''ग्र ''''ह '''' से '''''ग्रस्त '''''
हो कर ...वेदों की व्याख्या ..अपने स्वार्थ के हिसाब से ../..और ....मन में कोई
का ''''लू ''''शि ''''त ''''' भा व ना .. र ख क र ......
उनकी उलटी सीधी व्याख्या करके ''ज'''न ''''मा '''न '''स ''''''को
वेदों के प्रति ''घ्रु णा ..'''''उ ''त प ''न्न ..'''''
करा दे .....इसीलिए वेदों को अछि तरह संम ज़ ने हेतु ....
''तान्तव परन्तु वेगव रिक्चह्न्तुं हत्वा हत वृक्वल्
क्यों ...??
क्यों की ...''अधिक तर ..लोग सिर्फ .....''पु '''र '''वा '''''ग्र ''''ह '''' से '''''ग्रस्त '''''
हो कर ...वेदों की व्याख्या ..अपने स्वार्थ के हिसाब से ../..और ....मन में कोई
का ''''लू ''''शि ''''त ''''' भा व ना .. र ख क र ......
उनकी उलटी सीधी व्याख्या करके ''ज'''न ''''मा '''न '''स ''''''को
वेदों के प्रति ''घ्रु णा ..'''''उ ''त प ''न्न ..'''''
करा दे .....इसीलिए वेदों को अछि तरह संम ज़ ने हेतु ....
''तान्तव परन्तु वेगव रिक्चह्न्तुं हत्वा हत वृक्वल्
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