यम सूर्य प्राजा पत्य ....व्यूह ....रश्मीन _समूह ..तेजो यत्ते ...
जगत का पोषण करने के कारन ...''सु '''र्य ''''.....पु ....ष .....''....कहलाता है ...{..ब्रिमिज ....९…><..९. ..}
वह अकेला चलता है ......इसीलिए उसे ..''ए '''क ''''र्शि ''''.........{.._ _ ^ . ओ }भी कहते है
सबका वो नियमन करते है इसीलिए ...''यम ''' भी है
प्रजा पति का पुत्र होने के कारन वो ''प्रा ''''जा '''प् '''त्य ..''भी है '''
वह क्रिव्ज ..पार्टिकल्स होने के कारन ....''करी '''व्''' ज'''''..बी है
आज का विज्ञानं ..{..अ ज्ञान ..}..उसे सिर्फ ''ग्य ..सी य ..''गोला ..ही सैम झ ते है ....
जगत का पोषण करने के कारन ...''सु '''र्य ''''.....पु ....ष .....''....कहलाता है ...{..ब्रिमिज ....९…><..९. ..}
वह अकेला चलता है ......इसीलिए उसे ..''ए '''क ''''र्शि ''''.........{.._ _ ^ . ओ }भी कहते है
सबका वो नियमन करते है इसीलिए ...''यम ''' भी है
प्रजा पति का पुत्र होने के कारन वो ''प्रा ''''जा '''प् '''त्य ..''भी है '''
वह क्रिव्ज ..पार्टिकल्स होने के कारन ....''करी '''व्''' ज'''''..बी है
आज का विज्ञानं ..{..अ ज्ञान ..}..उसे सिर्फ ''ग्य ..सी य ..''गोला ..ही सैम झ ते है ....
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