वर्नात्मकम ......
ब्रम्हा ....यह उड़ना त्मक ....
व्यष्टि ..''उप ''_..व्यष्टि ..''''
संरक _करना त्मक .._..सन व्यष्ट ...रूप ..आरोहित है
एस की त्रेक्नाये ...{..ग्लोबल ____वोर्मिंग ..}..
की अनहद ...व्यष्टि व्यक्त नव्ये ....{..हाय ..''DRO '''ज ..N ....}
स्वरूपित ...'''सक्श्री ..व्गास्ज मेज्क्झा ..बितिन ..{..नका रा त्मक ..}....उर्जा ....
संर क्ष नि त ..................
ब्रम्हा ....यह उड़ना त्मक ....
व्यष्टि ..''उप ''_..व्यष्टि ..''''
संरक _करना त्मक .._..सन व्यष्ट ...रूप ..आरोहित है
एस की त्रेक्नाये ...{..ग्लोबल ____वोर्मिंग ..}..
की अनहद ...व्यष्टि व्यक्त नव्ये ....{..हाय ..''DRO '''ज ..N ....}
स्वरूपित ...'''सक्श्री ..व्गास्ज मेज्क्झा ..बितिन ..{..नका रा त्मक ..}....उर्जा ....
संर क्ष नि त ..................
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