नासदिय'सूक्त''में''कहा''गया''है''की'' सबसे'पहले'सिर्फ'ब्रम्ह्तत्व''ही''था'''फिर'उनसे''आकाश+वायु''उत्प्पन्न'हुए'
आत्मा'से'अम्भ=आकाश+वायु _अम्भ'से'मरीचि''=तेज ''निर्माण'हुआ'आकाश'में'वायुगोल=अभू
{ atmosfiyar }'निर्माण'हुआ'उसमे''तप=तेज'निर्माण'हुआ''आगे''तप'से'ही'सर्व्कुच'उत्पन्न''हुए''|तप''से''ही''पानी+पृथ्वी''उत्पन्न''हुई ''_ पानी'''पृथ्वी''''तेज'''' यह_सर्व_मिलके_'सजीव'देह' उत्पन्न''हुए'''
शरीर''यह''पञ्च'महाभूतो''से''उत्पन्न''हुए'''शरीर''में''पञ्च'महाभूत''सहित''_चैतन्य_यह''शरीर''में''_क्र्वज्युव्ल्य_जगह''में''रहता''है'''
आत्मा'से'अम्भ=आकाश+वायु _अम्भ'से'मरीचि''=तेज ''निर्माण'हुआ'आकाश'में'वायुगोल=अभू
{ atmosfiyar }'निर्माण'हुआ'उसमे''तप=तेज'निर्माण'हुआ''आगे''तप'से'ही'सर्व्कुच'उत्पन्न''हुए''|तप''से''ही''पानी+पृथ्वी''उत्पन्न''हुई ''_ पानी'''पृथ्वी''''तेज'''' यह_सर्व_मिलके_'सजीव'देह' उत्पन्न''हुए'''
शरीर''यह''पञ्च'महाभूतो''से''उत्पन्न''हुए'''शरीर''में''पञ्च'महाभूत''सहित''_चैतन्य_यह''शरीर''में''_क्र्वज्युव्ल्य_जगह''में''रहता''है'''
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