Thursday, 12 February 2015

वर्ण+'मुर्धद्न्य'कीं.....

जो_न_शिव_है_न_शक्ति_{ स्वर+ ऋ..ऋ..= शिव | ल्रू..ल्रू..= शक्ति }...
यहाँ_से-carban-monocxaid{polyution...+'' N-4{3}____.....
जो_वर्ण_शिव_एवं_शक्ति_युक्त_होते_है_वही_'सृष्टि''''{ UNIVARSAL...__निर्माण_के_लिए-जिम्मेदार_रहते_है_दोस्तों''''' जागो___ आज__ नापुसकलिंगी_''स्वर'''___जिनसे_या_जिनमे_सदा'सर्वदा''{ C-H-4| C--0--२  |..विराजमान_है__
सृष्टि_के-'TIME''_एक'जोरदार''आवाज''हुई'''{ विस्फोट+++___ 3 वर्ण_उत्प्पन्न_हुए_'अ_ऊ_म_''

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