' अनाज्व्त' + श्रेणिया'यह'त्रिकलातितता 'की'उर्ध्व'अधानता...से''ही''आवृत्त''हो''यह''जरुरी''नहीं है
वह' अंतर्ज्वेतना{ + अंतर'चेतना } 'की'trekshnao'से'भी'
उत्प्रेरित'हो' समाहित'होती'है'
देखे''सम्वेद ९८१४ |०५
यह'द्रष्टा_दृश्य_द्न्येय_' की संपुटित 'त्रिपुटी'में' जिव'को'आवृत्त'कर''मुक्ति{?}देती है ..
? यह ' Preciosa ' इस' अभुत्पुर्विय' वेश्तितंश'में'ही' सम्पादित'रहती'है'
वह' अंतर्ज्वेतना{ + अंतर'चेतना } 'की'trekshnao'से'भी'
उत्प्रेरित'हो' समाहित'होती'है'
देखे''सम्वेद ९८१४ |०५
यह'द्रष्टा_दृश्य_द्न्येय_' की संपुटित 'त्रिपुटी'में' जिव'को'आवृत्त'कर''मुक्ति{?}देती है ..
? यह ' Preciosa ' इस' अभुत्पुर्विय' वेश्तितंश'में'ही' सम्पादित'रहती'है'
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