अभी '''
''गणपति '''विराजमान ''होनेवाले ''है ''''
''यह ''गण ''_ गिनात _गिगिनो ''के ''रुत'प्रेजित ''आयाम ''का ''संकेत ''है '''_
_ जो ''पति '''_पत्त'वल्कज'सहस्त'विराज'_इति _ का ''द्योतक _अंश _है ''_क्यों _की ''
''गणा'नन्त्वा'गण'पति''गून्ग''हवामहे'''____'प्रियन्नान्त्वा'प्रियपति'गून्ग'_हवामहे '''
''गणक ''गिगिनो ''गति + गति ''' + ' गण'मात्र'गनियो_त्रेश्कन _अंश्भुतीय _त्रेज्यक्ष ''विधा ''
''अल्प _वि _भुतियक _''मीमांसा '''_चतुर्थ ''श्रेणी _होने ''से ''{ 4 'th ''DAYMENSHAN ]''
''देखे ''सन्यासियों ''की ''चत्वारी ''संध्या '''{ सामवेद । यजुर्वेद । ऋग्वेद । 4 5 9 _ऋचा _ }''
''गणपति ''चतुर्थी ''त ''सिध्ह ''हुआ '''___वैसे _univarsal के ''भी ''त्रेश्कन ''चत्वारी ''' _थिटा _गामा _बीटा _+ _
''अंश '''है ''जो ''' अल्फ़ा ''''में ''प्रभृत '''है
''गणपति '''विराजमान ''होनेवाले ''है ''''
''यह ''गण ''_ गिनात _गिगिनो ''के ''रुत'प्रेजित ''आयाम ''का ''संकेत ''है '''_
_ जो ''पति '''_पत्त'वल्कज'सहस्त'विराज'_इति _ का ''द्योतक _अंश _है ''_क्यों _की ''
''गणा'नन्त्वा'गण'पति''गून्ग''हवामहे'''____'प्रियन्नान्त्वा'प्रियपति'गून्ग'_हवामहे '''
''गणक ''गिगिनो ''गति + गति ''' + ' गण'मात्र'गनियो_त्रेश्कन _अंश्भुतीय _त्रेज्यक्ष ''विधा ''
''अल्प _वि _भुतियक _''मीमांसा '''_चतुर्थ ''श्रेणी _होने ''से ''{ 4 'th ''DAYMENSHAN ]''
''देखे ''सन्यासियों ''की ''चत्वारी ''संध्या '''{ सामवेद । यजुर्वेद । ऋग्वेद । 4 5 9 _ऋचा _ }''
''गणपति ''चतुर्थी ''त ''सिध्ह ''हुआ '''___वैसे _univarsal के ''भी ''त्रेश्कन ''चत्वारी ''' _थिटा _गामा _बीटा _+ _
''अंश '''है ''जो ''' अल्फ़ा ''''में ''प्रभृत '''है
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