7__9_2016_संधयाकाल"8"31
स्वामि शिशुविदेहानन्द सरस्वती
श्रिदुर्गारक्ताम्बरा शक्तिपीठ संस्थापक अध्यक्ष स्वामि शिशुविदेहानन्द सरस्वती तिवारी महाराज ' तिवारी का बाडा ' कारंजा दत्त 444105 जिला वाशिम महाराष्ट्र
|| अनंतजन अंतरराष्ट्रिय मानवचेतना आंदोलन ||
माँ मीराबाई ह तिवारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम सव्वाकरोड मिट्टी के शिवलिंगम् निर्माण
में शामिल विश्व के अनेकानेक
सव्वाकरोड शिवलिंगम् के
पहले चरण
एकतालिस लाख ग्यारह हजार पांच सौ
41 लाख 11 हजार 500
उद्देश ___ ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन हो कर जो
निगेटीवीटीयां उत्पन्न हुई उनको दूर करना ओजोन की परत के गढ्ढे भरना
जल संरक्षण कार्य
माँ मीराबाई ह तिवारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम सववाकरोड मिट्टी के शिवलिंग निर्माण में विश्व के
अनेकानेक व्यक्ति
||| अथातों धिमाज्ह्र जिद्न्यासा |||
मुझे लगता था कि यह हो सकता है, रहा है, लेकिन पुर्ण तया कन्फर्म नही था, लेकिन अब लगने लगा है कि यह
'अर्विन्द ये चुपचाप कर रहा है, उसकी ल्ड्कि यहां आ कर गई इससे यह संदेह भी पुख्ता होता है कि उसने अपनी ईस प्र्ज्लि नामक ल्ड्कि से यह धिमाज्ह्र
मंगा कर यह कार्य कर रहा है, जब उसदिन पानी पीया तो उसपानी में ईस का राॅकेल जैसा स्वाद स्पष्ट महसूस किया
पिताजी के समय भी मुझे यह संदेह था कि उनको भी ईसने
यह धीमा ज्ह्र दे कर उनकी हत्या की है''
क्या''यह'किसी''साजीश''का''हिस्सा''है, नाकारा''नही''जा''सकता
स्वामि शिशुविदेहानन्द सरस्वती
श्रिदुर्गारक्ताम्बरा शक्तिपीठ संस्थापक अध्यक्ष स्वामि शिशुविदेहानन्द सरस्वती तिवारी महाराज ' तिवारी का बाडा ' कारंजा दत्त 444105 जिला वाशिम महाराष्ट्र
|| अनंतजन अंतरराष्ट्रिय मानवचेतना आंदोलन ||
माँ मीराबाई ह तिवारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम सव्वाकरोड मिट्टी के शिवलिंगम् निर्माण
में शामिल विश्व के अनेकानेक
सव्वाकरोड शिवलिंगम् के
पहले चरण
एकतालिस लाख ग्यारह हजार पांच सौ
41 लाख 11 हजार 500
उद्देश ___ ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन हो कर जो
निगेटीवीटीयां उत्पन्न हुई उनको दूर करना ओजोन की परत के गढ्ढे भरना
जल संरक्षण कार्य
माँ मीराबाई ह तिवारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम सववाकरोड मिट्टी के शिवलिंग निर्माण में विश्व के
अनेकानेक व्यक्ति
||| अथातों धिमाज्ह्र जिद्न्यासा |||
मुझे लगता था कि यह हो सकता है, रहा है, लेकिन पुर्ण तया कन्फर्म नही था, लेकिन अब लगने लगा है कि यह
'अर्विन्द ये चुपचाप कर रहा है, उसकी ल्ड्कि यहां आ कर गई इससे यह संदेह भी पुख्ता होता है कि उसने अपनी ईस प्र्ज्लि नामक ल्ड्कि से यह धिमाज्ह्र
मंगा कर यह कार्य कर रहा है, जब उसदिन पानी पीया तो उसपानी में ईस का राॅकेल जैसा स्वाद स्पष्ट महसूस किया
पिताजी के समय भी मुझे यह संदेह था कि उनको भी ईसने
यह धीमा ज्ह्र दे कर उनकी हत्या की है''
क्या''यह'किसी''साजीश''का''हिस्सा''है, नाकारा''नही''जा''सकता
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