Sunday, 17 July 2016

Axis Mundi{ Mondy }...+ सब्र्र्झंझकक्स्र्र

वास्तव 'में' इस' Axis mundi...याने'' श्ब्झझ्झ्र्र
का''मूल'स्थान' हमारे'सद'गुरुदेव'{ श्रीत्रिलोक्चंद'अखंडानन्द'सरस्वति''} के'आश्रम' ॐ_पर्वत''पर''है''जो''की'' कैलास'पर्वत' की' उत्तल्क्झ क्षेत्र'में'
२९|९८७३६९ '' उत्तर''विभान्श''पर'स्थित''है''
जहा''वास्तव''में''एकदम''ज़ीरो'
ग्रवीटी
है...मुझे_इस_विषय_में_अनेक{सिमित''}लोगो_ने_{इसका''सटीक_स्थान}''पूछा_लेकिन_मैंने_नहीं_बताया_ क्योकि_लोग_ उसका_सिर्फ_ कमर्शियल''एवं'' व्यभिज्जिक'उपयोग''{ दू' रुपयोग}करते_है_इस_हेतु_मुझे_५० करोड़'की'पेशकश'भी'की'गई''लेकिन'नहीं''
मै''बिका''नहीं''मै''अपने_वैदिक_मूल्यों_को_रुपयों_में_नहीं_तोलता...

No comments:

Post a Comment