Tuesday, 19 January 2016

S e R o T0nin+

यह_वह_हारमोंस''है'''
जो'''
प्रसन्नता_ प्रदान_करता_है_
परन्तु_ यह_ सूर्य_की_ रौशनी_से_निर्मित'होता'है...
इसीलिए_ धुप_ सेंकना_ बहुत_आवश्यक_है_
सामवेद'''९११७|०६४८|
ॐ''' स्रैस्त्रेदादोव्विज्ज्वुक्नो ' अश्क्नोरिक्क्किकिव'ल्रुल्रुन्ज्झ्रुढ़नो...

No comments:

Post a Comment