Monday, 27 June 2016

Wolę jak się inac....

परिवर्तन'
+ सं'ल्ग्निकरण ...कुछ ''विलग''एवं''कुछ'अलग_अलग_...'रहते'है''
वैदिक'विस्रुन्खाल्नाओ'में' ओज्ह्स'ओह्न्झ्स'और'ओर्व्हंझ्ह्जस''' Dejhavu{ ottima } सदृश्य'''
ही''है''प्र्वादाये''{ वद नहीं....}..= Life..Line...^ Life ..Time...___ TimeLine..' नियुज्ज्य'विग्द्धाताओ''की''सन्मात्रता ' त्रय्श्किरित''ही''रहती''है'''
Wolę jak się inaczej przebierasz

Tuesday, 14 June 2016

sqbjr.........+

sqbjr
 यह' अनेक' सक्ब्ज्र ''' आधानिक'संधार्नाओ'की'{का} स्ब्क्तज्ज्र्र''= अर्थात ' बे..त..र..ती..ब...'
व्निभ्जग'' सज्ञा''है'''
बेतरतीब''इसीलिए''की''यह''पूर्ण' युनिवर्सल'ही' इसके'
हिसाब''
से''
डिजाईन
किया''हुआ'है'''