ओमित्ये तद क्षर मुद्गिथा मुपसित ......
एस अक्षर की उपासना करे
यह परमेश्वर का ..सबसे निकटवर्ती नाम है ....जप कर्म स्वाध्याय के आदि अंत में इसका
प्रयोग होने के कारन इसकी श्रेथाता प्रसिद्ध है
..इसमे कुल ...९।हजार .....ध्ह्व नि ..क्षेपक है
....सितिर ७ क्र्तिर 7 ..
क्रवक। ९। लोज्का २… आव्र्निका ३
एस अक्षर की उपासना करे
यह परमेश्वर का ..सबसे निकटवर्ती नाम है ....जप कर्म स्वाध्याय के आदि अंत में इसका
प्रयोग होने के कारन इसकी श्रेथाता प्रसिद्ध है
..इसमे कुल ...९।हजार .....ध्ह्व नि ..क्षेपक है
....सितिर ७ क्र्तिर 7 ..
क्रवक। ९। लोज्का २… आव्र्निका ३
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