Tuesday 30 August 2016

भवप्रत्ययो, विदेह. ......

 आदि वैदिक संस्कृत
= द्णिण्ङृत्ङौ अवभृतानह:
संप्र्द्द्न्यो वृवौथिगृहिताय षैषिण्ञघूड्ढृहौजितासौ,
संख्या + ^494^= में अव्व्वृथातौ 

2 comments: