अक ने मुजे पूछा
स्वामीजी
हम इतनी पूजा पाठ
करते है तो हमें भगवन दर्शन क्यों नही देता
.....मैंने कहा ...दोस्त ....
अगर तुम जानते हुए भी ..की ''मई मांस खाऊंगा तो मेरा पेट स्मशान ..बन जायेगा
तब भी मै मांस खा ता हु ...और इस हरकत से {..स्मशान बने पेट के कारण ..}
भग वा न ..नाराज हो जाते है
तो वे तुमको दर्शन कैसे देंगे ???
और तुम जिंदगी भर अगर ..१ ० ० ० ० ० ० ० ० माला भी जपो तो वो कभी प्रसन्न नही होंगे
स्वामीजी
हम इतनी पूजा पाठ
करते है तो हमें भगवन दर्शन क्यों नही देता
.....मैंने कहा ...दोस्त ....
अगर तुम जानते हुए भी ..की ''मई मांस खाऊंगा तो मेरा पेट स्मशान ..बन जायेगा
तब भी मै मांस खा ता हु ...और इस हरकत से {..स्मशान बने पेट के कारण ..}
भग वा न ..नाराज हो जाते है
तो वे तुमको दर्शन कैसे देंगे ???
और तुम जिंदगी भर अगर ..१ ० ० ० ० ० ० ० ० माला भी जपो तो वो कभी प्रसन्न नही होंगे
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