Sunday 5 May 2013

andhatam....

अन्ध ताम प्रविश्यन्ति ..ये विद्या मुपसते ..ततो भूय ईवा ते तमो ....

जो अविद्या ...{..ग्रे गेन्स   पॉवर ...}......

की उपासना   कारते है ...{..पूर्व संचित ..वजह से जिन्हें सद _सद ..गुरु {..जो वैदिक  विद्या का हो वह ..}...नही मिलता   या वो मिलने हेतु यत्न ही नही करते ....}..
वे '''अ''''वि''''''दया'''''रु''''प''''.....घोर ...''अ''''न्ध '''''का'''''र''''''

में ...प्रवेश करते है .....
एस मन्त्र में '''सा'''ध्य '''''...और ...'''सा''''ध '''न ''''''
के भेद का निराकरण किया गया है


ग्रे गेन्स ''श''''क्ति ''''''..{..पॉवर ..}..यह।   विविध की विध में '''आ '''ऋ ''ग'''न्य '''''
स्वरुप  प्र्होता ...है ....

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