Saturday 25 March 2017

[1/2, 17:29] नरेषकुकरेज: ता 7/1/2016/_ संध्याकाल
' 7"33
श्रिदुर्गारक्ताम्बरा शक्तिपीठ ,संस्थापक अध्यक्ष
हम स्वामि शिशुविदेहानंद सरस्वती तिवारी महाराज ' अग्निहोत्रितिवारी'
तिवारी का बाडा
कारंजालाड (दत्त) 444105 जिला वाशिम महाराष्ट्र

 माॅ  मीराबाई ह तिवारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम सव्वाकरोड मिट्टी के शिवलिंग निर्माण में विश्व के  अनेकानेक व्यक्ति
ग्लोबल वार्मिंग एवं भूमंडलीय औष्णिकरण पर सन 1994/2005/ से कार्य  अध्यात्मिक पद्धति  से शुरू है

|| अथातों वैदिक साहित्य जिद्न्यासा ||

ॐ ये त्रिसप्ता: परियन्ति विश्वा रूपाणि .......

पृथ्वी
जल
तेज
वायु
आकाश , तन्मात्रा और अहंकार ----- ये सात पदार्थ
और सत्व , रज  , तथा तम  ----- ये तिन गुण  , इस प्रकार
जगत् में तिन गुणा सात ' इक्कीस ' देवता सब ओर
आवागमन करते हैं  | वाणी का स्वामी ब्रम्हा
उनके अद्भभुत बल को
समस्तों को प्रदान करता है  |
[8/2, 00:54] Swamishishuvidehanand Tiw: [7/2, 22:51] ‪+91 76549 92706‬: प्रकाश की गति : ऋग्वेद - (SPEED OF LIGHT) (क्या सब भारतीय वेदों से लिखा गया है)

माना जाता है की आधुनिक काल में प्रकाश की गति की गणना Scotland के एक भौतिक विज्ञानी James Clerk Maxwell (13 June 1831 – 5 November 1879) ने की थी ।

जबकि प्राचीन समय में महर्षि सायण, जो वेदों के भाष्यकार रहे थे,y ने १४वीं सदी में प्रकाश की गति की गणना कर डाली थी जिसका आधार ऋग्वेद के प्रथम मंडल के ५ ० वें सूक्त का चौथा श्लोक था ।

तरणिर्विश्वदर्शतो ज्योतिष्कृदसि सूर्य ।विश्वमा भासि रोचनम् ॥ ऋग्वेद  १. ५ ० .४

अर्थात् हे सूर्य, तुम तीव्रगामी एवं सर्वसुन्दर तथा प्रकाश के दाता और जगत् को प्रकाशित करने वाले हो।

(Swift and all beautiful art thou, O Surya (Surya=Sun), maker of the light, Illuming all the radiant realm.

उपरोक्त श्लोक पर टिप्पणी /भाष्य करते हुए महर्षि सायण ने निम्न श्लोक प्रस्तुत किया -

तथा च स्मर्यते योजनानां सहस्त्रं द्वे द्वे शते द्वे च योजने एकेन निमिषार्धेन क्रममाण नमोऽस्तुते॥

- -सायण ऋग्वेद भाष्य १. ५ ० .४

अर्थात् आधे निमेष में 2202 योजन का मार्गक्रमण करने वाले प्रकाश तुम्हें नमस्कार है| [O light,] bow to you, you who traverse 2,202  yojanas in half a nimesha..

योजन एवं निमिष प्राचीन समय में क्रमशः दूरी और समय की इकाई हैं|उपर्युक्त श्लोक से हमें प्रकाश के आधे निमिष में 2202 योजन चलने का पता चलता है अब समय की ईकाई निमिष तथा दूरी की ईकाई योजन को आधुनिक ईकाइयों में परिवर्तित कर सकते है ।

किन्तु उससे पूर्व प्राचीन समय एवं दूरी की इन ईकाईयों के मान जानने होंगे |

Manusmriti 1-64

निमेषे दश चाष्टौ च काष्ठा त्रिंशत्तु ताः कलाः |

त्रिंशत्कला मुहूर्तः स्यात् अहोरात्रं तु तावतः || ........मनुस्मृति 1-64

मनुस्मृति 1-64 के अनुसार :

पलक झपकने के समय को 1 निमिष कहा जाता है !

18 निमीष = 1 काष्ठ;

30 काष्ठ = 1 कला;

30 कला = 1 मुहूर्त;

30 मुहूर्त = 1 दिन व् रात (लगभग 24 घंटे) (As per Manusmriti 1/64 18 nimisha equals 1 kashta, 30 kashta equals 1 kala, 30 kala equals 1 muhurta, 30 muhurta equals 1 day+night )

अतः एक दिन 24 घंटे) में निमिष हुए 24 घंटे = 30 x 30 x 30 x 18= 486000  निमिष

24 घंटे में सेकंड हुए = 24x60x60 = 86400 सेकंड

86400 सेकंड =486000 निमिष

अतः 1 सेकंड में निमिष हुए : 1 निमिष = 86400 /486000 = .17778 सेकंड

1/2 निमिष =.08889 सेकंड

अब योजन का मूल्य ज्ञात कर लेते हैं, श्रीमद्भागवत (3.30.24, 5.1.33, 5.20.43) आदि के अनुसार

1 योजन = 8 मील लगभग

2202 योजन = 8  x 2202 = 17616 मील

सूर्य का प्रकाश 1/2 (आधे) निमिष में 2202 योजन चलता है अर्थात

.08889 सेकंड में 17616 मील चलता है ।

.08889 सेकंड में प्रकाश की गति = 17616 मील 1 सेकंड में = 17616 / .08889 = 198177 मील लगभग

उपर्युक्त विश्लेषण से सत्यापित होता है कि प्राचीन समय में संस्कृत विद्वानों एवं मनीषियों को प्रकाश की गति का वैध एवं विश्वसनीय ज्ञान था | वेदों के अनुसार प्रकाश की गति 1 सेकंड में = 17616 / .08889 = 198177 मील लगभग तथा वर्तमान आधुनिक विज्ञानों के अनुसार प्रकाश गति गणना 186000 मील प्रति सेकंड लगभग मानी जाती है|
[7/2, 22:53] ‪+91 76549 92706‬: ऐसा कौन सा राज छुपा है रामसेतु में ? जिस कारण अमेरिका और .......... सिंह ने इसे तोड़ने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी ??

दोस्तो आपको याद होगा 1998 मे जब भारत ने परमाणु बम्ब ब्लास्ट किया था तो अमेरिका को हमसे बहुत आग लगी !और अमेरिका ने भारत को परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम देना बंद कर दिया था, इसके अतिरिक्त अमेरिका ने भारत की कंपनियों को अमेरिका मे घुसने पर रोक लगाई !

फिर अचानक अमेरिका के दिल में इतनी दया कैसे आई ???
कि वो आज भारत को यूरेनियम देने के लिए तैयार हो गया !

दरअसल इसकी शुरुआत तब होती है, जब पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति जोर्ज बुश भारत आये थे और एक सिविल न्यूक्लीयर डील पर हस्ताक्षर किये गए जिसके अनुसार अमरीका भारत को युरेनियम-235 देने की बात कही l उस समय पूरी मीडिया ने............... सिंह की तारीफों के पुल बांधे और इस डील को भारत के लिए बड़ी उपलब्धि बताया, पर पीछे की कहानी छुपा ली गयी l

असल बात कुछ और है और वो बात बहुत गहरी है | भारत के वैज्ञानिक पिछले कई वर्षो से ये खोजने में लगे हुए है के यूरेनियम के अतिरिक्त और कौन सा हमारे पास रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे हम परमाणु बम सके या बिजली भी बना सके |

Atomic Energy Commission के 6000 वैज्ञानिक पिछले 40 सालो से इसी काम में लगे हुए है | उनको पता चला के भारत के तमिलनाडु , केरल का जो समुद्री एरिया है उहाँ पर बहुत बड़ी मात्रा में ऐसा रेडियो एक्टिव इंधन है जिसका नाम है थ्रोमियम । ये यूरेनियम का बाप है ,आप ऐसे अनुमान लगाये मात्र 8 ग्राम  thromium से पूरी ज़िंदगी भर आपकी गाड़ी चल सकती है इससे अगले 150 साल तक बिजली बनायीं जा सकती है और दुसरे देशो से भीख मांगने की भी जरुरत नही होगी |

डॉ कालाम का कहना था के 3 लाख Mega-watt बिजली हर घंटे अगले 240 साल तक बना सकते है | और ये बात अब्दुल कलाम जी ने रिटायर होने के बाद अपने पहले interview मे कही थी !

अब अमेरिका की नज़र हमारे उस इंधन पे है और वो चाहता है भारत उस इंधन को अमेरिका को दे और बदले में अमेरिका थोडा बहुत यूरेनियम हमको दे |

इस खेल को पूरा करने के लिए अमेरिका श्री राम सेतु को तोड़ना चाहता है ! और इस काम को पूरा करने के लिए अमेरिकी एजेंट ...............सिंह जो पिछले 20 साल से भारत.......... मे बैठा है !!

सुप्रीम कोर्ट मे भी Case चल रहा था  ! अभी date पर date पर रही था ! वहाँ ...............और ........... सिंह तर्क देते थे  कि ये सेतु श्री राम नहीं बनाया ! श्री राम तो एक कल्पना है ! श्री राम तो कभी हुए ही नहीं !!

जबकि कुछ साल पहले अमरीकी अन्तरिक्ष एजेंसी NASA ने ही रामसेतु की पुष्टि अपनी रिपोर्ट में की है l ! आज भी आपको वहाँ ऐसे पत्थर मिल जाएँगे ! जिस पर राम लिखा है और वो पानी मे तैरते है।
The real history
[8/2, 00:06] ‪+91 93055 36089‬: 👌👌
[8/2, 00:18] Swamishishuvidehanand Tiw: Samved "444/90/91  औम ऋद्भृचौतित्थर्षोपझिश्चद्मण्डिगृक्षौंद्दिविशिभिरास्रर्रह्र:

इस मंत्र
मे सापेक्षता
और
प्रकाशियगति
का
स्पष्ट उललेख है कि
ऋद्भृचौतित्थर्षोपझिश्चद्मण्डि =time+speed   गृक्षौंद्दिव   =  c२| िशिभिरास्रर्रह्र
[8/2, 00:22] Swamishishuvidehanand Tiw: हमने उनकी साईट पर जाकर लिखा तो हमको
विदेशियों के
अठराह सौ लाईक
आए
और
ज्ञान जानने की पिपासा वाले
विदेशी लगभग 9000 जुड
गये
अपने देश के लोग तो
अंधश्रदधा करके
सबकुछ
खारिज कर देते है
[8/2, 00:30] Swamishishuvidehanand Tiw: एक
समस्या
यह
है
की
इस
ग्रुप
मे
चैटिंग
आधे अधूरे हीं बंद हो जाती
है
[8/2, 00:31] Swamishishuvidehanand Tiw: आगे
कोई
मेंबर
बढता ही नही
[8/2, 00:31] Swamishishuvidehanand Tiw: खैर
[8/2, 00:52] Swamishishuvidehanand Tiw: हम बताते हैं, हमने जब वार्ता बढाई तो
बात
अफगानिस्तान तक पहुँची
( जहाँ एक गुफा मे
महाभारत कालीन
विमान अमेरिकन सोलजरों को
मिला
लेकिन उस विमान के चारोओर
सुरक्षा कवच था
जो
जीसने
चार
अमेरिकन सोलजरोंको   ।। TimeWeLL मे ।।
गायब कर दीया
फिर उस घटना की जानकारी
अफगानिस्तान से
रशिया के
और
ईंगलैंड
के
प्रमुखों तक पहूची
फिर
मोदी
और
कुछ
राष्ट्रों के प्रमुख वहाँ जाकर आए
घटना
एकदम
सच
निकली
फिर
उसपर
हमारे
कॉमेंटस
गये कि इनविमान को
बनाने कि विधीयां
वेदों
मे
है
,उनलोगोने
वेद छान मारे
उनके कूछ
समझ मे नहिं आया
तब
हमने
थोडा अनुवादकरके ( आदी वैदिक भाषा मे है वेदों का ज्ञान , यह आदि वैदिक भाषा अब सिर्फ़ हमें ही आति हैं, बाकी विलुप्त होचुकी)
बताया
फिर उस अनुवादीय ज्ञान
से
उनहोने कुछकामकीया तो
कुछ
सकसैस हुआ
लेकिन
हमने ( सोचकर कि बंदर के हाथों मे उसतरा कयो दें ....
खूद के बिमारी का नाटक करके की हमें
डिप्रेशन होगया है, दवाएं शुरु हे,
विदेशी यों ने
उसविमान (टाईमवेल) अनुवादीय हेतू हमें
500 करोड की आऑफर भीकी
लेकिनहम पकके वैदिक हमनेबिमार होने के आडमे
की दवाई शुरु है
टाल दीया
[24/2, 18:41] Swamishishuvidehanand Tiw: [28/1, 11:48] ‪+91 91740 35621‬: सादर नमन गुरूजी
[1/2, 08:54] ‪+91 91740 35621‬: ,सादर नमन गुरुजी
[3/2, 18:29] ‪+91 91740 35621‬: जय गुरुदेव
[3/2, 21:39] Swamishishuvidehanand Tiw: Kary shuru kiya kya
[4/2, 10:34] ‪+91 91740 35621‬: Gurujo
[4/2, 19:05] ‪+91 91740 35621‬: Safer pranam guruji
[4/2, 19:05] ‪+91 91740 35621‬: Kaise shruwat karen
[4/2, 19:07] ‪+91 91740 35621‬: Saader namn guruji
[4/2, 19:07] ‪+91 91740 35621‬: Kaise shuruwaat karen
[4/2, 19:08] ‪+91 91740 35621‬: Mughe batayen
[4/2, 23:05] Swamishishuvidehanand Tiw: महीलाऔ को जोडकर
[4/2, 23:07] Swamishishuvidehanand Tiw: हर रोज
नौ
पाठ
जगतगुरू स्रौत्र
के
सामूहीक
पाठ
करें
और
रोज
उन पाठो कि गणना
लिख रखे
[4/2, 23:09] Swamishishuvidehanand Tiw: साथ
मे
दुर्रगाकरुणासत्तोत्र
के
भी पाठ
चलने
दे
[4/2, 23:12] Swamishishuvidehanand Tiw: और
हर
रविवार को
बागडदेव जी के प्लाट
मे
जहाँ
हमारी
खडाऊ
सथापन हैं वहाँ
सामुदायिक हवन और
वह
तिन
आरती या
[4/2, 23:12] Swamishishuvidehanand Tiw: करे
[11/2, 18:42] ‪+91 91740 35621‬: Jay ho guruji
[11/2, 19:59] Swamishishuvidehanand Tiw: [4/2, 23:05] Swamishishuvidehanand Tiw: महीलाऔ को जोडकर
[4/2, 23:07] Swamishishuvidehanand Tiw: हर रोज
नौ
पाठ
जगतगुरू स्रौत्र
के
सामूहीक
पाठ
करें
और
रोज
उन पाठो कि गणना
लिख रखे
[4/2, 23:09] Swamishishuvidehanand Tiw: साथ
मे
दुर्रगाकरुणासत्तोत्र
के
भी पाठ
चलने
दे
[4/2, 23:12] Swamishishuvidehanand Tiw: और
हर
रविवार को
बागडदेव जी के प्लाट
मे
जहाँ
हमारी
खडाऊ
सथापन हैं वहाँ
सामुदायिक हवन और
वह
तिन
आरती या
[4/2, 23:12] Swamishishuvidehanand Tiw: करे

शुरू
किया
क्या
कार्य
[14/2, 12:39] ‪+91 91740 35621‬: Pranam guruji
[14/2, 21:25] Swamishishuvidehanand Tiw: ये
हमारा
महाकुलकण्डलिनी का फोटो सेवकरकेरखो
[14/2, 22:05] ‪+91 91740 35621‬: Gi guruji
[18/2, 12:31] ‪+91 91740 35621‬: Prnam gurugi
[18/2, 12:45] ‪+91 91740 35621‬: हे गुरुदेव। आपकी
               महिमा अपार है
आपको तो बारम्बार
               प्रणाम हजार है

🔔🔔🔔🔔🔔
[18/2, 13:03] ‪+91 91740 35621‬: पुजा जप तप
       जन कल्याण
             में है जिंदगी जिनकी
                                  सारी
ऐसे महाकुलकुण्डलिनी के
           स्वामी को है
            सत् सत् नमन हमारी
       🔔🔔🔔🔔🔔
[18/2, 23:01] Swamishishuvidehanand Tiw: धनय्वाद
[19/2, 15:43] ‪+91 91740 35621‬: ओज तेज के स्वामी हो तुम
  दिवय दृष्टि के स्वामी हो तुम

पल भर मे सब कुछ जान जाओ
                                       तुम
जीवन को संवार   दो तुम

दुखी मानुष के दुख हर जाओ तुम
खुशियों के हर पल दे जाओ तुम
 
ऐसे दयालु गुरूदेव हो तुम

       सादर नमन गुरूजी
[19/2, 15:46] Swamishishuvidehanand Tiw: तमहमपर
एक स्रोत्रलिखो
[19/2, 15:46] Swamishishuvidehanand Tiw: स्वामिशिशुवीदेहीस्रोत्र
[19/2, 15:47] ‪+91 91740 35621‬: किस तरह से
[19/2, 15:47] ‪+91 91740 35621‬: कितनी लाईन का
[19/2, 15:48] Swamishishuvidehanand Tiw: हमारा एक नाम और
है
अखण्डानंदत्रिलोकचंदव्यास
यह
[19/2, 15:48] Swamishishuvidehanand Tiw: 1008 लाईन का
[19/2, 15:49] ‪+91 91740 35621‬: उसमें कया कया हो
[19/2, 15:51] Swamishishuvidehanand Tiw: औम स्वामिशिशुविदेहानन्दत्रिलोखण्डानन्द
[19/2, 15:53] Swamishishuvidehanand Tiw: सब हो ज्ञानविज्ञान सहित
हमारीलिलाए और
चमत्कार
संकलन करो
किताब के रूप में
[19/2, 15:54] Swamishishuvidehanand Tiw: बडौदा की पिंकि
से भी थोडा पुछलो
[19/2, 15:55] Swamishishuvidehanand Tiw: 09228199379
[19/2, 15:55] ‪+91 91740 35621‬: गुरु जी जी
[19/2, 15:58] Swamishishuvidehanand Tiw: हमनेसन2006मे
हायड्रोल्कोजाईर
मशीन ( जो गाँड पार्टिकल्स) बनानेवाली थी, यहा बैठेबैठै महाकुलकुण्डलिनिशक्ती से वहमशीन बंद
करा दी जो आज भी भंगारजैसे पडी है
[19/2, 15:58] Swamishishuvidehanand Tiw: और
[19/2, 15:58] ‪+91 91740 35621‬: उनहोने कुछ लिखा है कया
[19/2, 15:59] ‪+91 91740 35621‬: Waw
[19/2, 16:00] ‪+91 91740 35621‬: आप और जानकारियां मुझे दें
[19/2, 16:02] Swamishishuvidehanand Tiw: सन 12/12/2012 कौ सोलर ईन्जेक्शन
जो
पृथ्विपर गिरकर पुरी तरफसबकुछ कोलँप्स करनेवाला था, उस ईन्जेक्शन के
विकिरण को
खुद
पर ( माथे की लेफ्ट साईड ,जहा अब रोज नित्यप्रती। पेन। होता है
[19/2, 16:02] Swamishishuvidehanand Tiw: खुद पर लेकर युनिवर्सल को बचाया था
[19/2, 16:03] ‪+91 91740 35621‬: Waw
[19/2, 16:03] Swamishishuvidehanand Tiw: पिंकी भी खोजकररहीहै
हमपर
[19/2, 16:04] Swamishishuvidehanand Tiw: और
एक
विदेशी छात्रा नतालीया रेन्कोन्गोज भी
कुछलिखरहीहै
[19/2, 16:05] ‪+91 91740 35621‬: Khan per hai
[19/2, 16:22] Swamishishuvidehanand Tiw: वह जर्मनी में है
[20/2, 17:44] ‪+91 91740 35621‬: Saader namn gurugi
Kal pink Ji she baat hui
[20/2, 17:45] ‪+91 91740 35621‬: Pinki
[20/2, 19:08] Swamishishuvidehanand Tiw: हा ऊससे संपर्क रखो
[20/2, 19:10] Swamishishuvidehanand Tiw: हमारे
युनिवर्सल को
रिकनस्ट्र्क्ट करने के
कार्य
का पुरालेखाजोखा
लिपीबद्ध करो
[20/2, 19:15] Swamishishuvidehanand Tiw: ता १9/२/२०१७/_दोपहर
' 3*30
श्रिदुर्गारक्ताम्बरा शक्तिपीठ ,संस्थापक अध्यक्ष
हम स्वामि शिशुविदेहानंद सरस्वती तिवारी महाराज ' अग्निहोत्रितिवारी'
तिवारी का बाडा
कारंजालाड (दत्त) 444105 जिला वाशिम महाराष्ट्र

 माॅ  मीराबाई ह तिवारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम सव्वाकरोड मिट्टी के शिवलिंग निर्माण में विश्व के  अनेकानेक व्यक्ति

ग्लोबल वार्मिंग एवं भूमंडलीय औष्णिकरण पर सन 1994/2005/ से कार्य  अध्यात्मिक पद्धति  से शुरू है

पहलाचरण एकतालिसलाख ग्यारह हजार पाचसौ का पुर्ण हो चूका,
अब
दुसराचरण एकतालिसलाख ग्यारहहजार मिट्टि के शिवलिंग निर्माण का शुरू है ,
।। अथातों  भक्त  जिद्न्यासा।।

सेठ श्री नरेश ग्यानचंदानीजी
रहनेवाले बडौदा ( गुजराथ)
शक्तिपीठ में पर्जन्ययज्ञ एवं पर्यावरणिय त्रैक्ष्र्य्र्र् हेतु
55 किलो गाय का घी भेजरहे है ।
यहां हम सन 1977/1994/2005 से लगातार
पर्जूभ्यम्यज्ञ कररहे है ।
[20/2, 19:16] Swamishishuvidehanand Tiw: यहसब
डाटा भी कही सेव कर रखो
[21/2, 11:32] ‪+91 91740 35621‬: GI guroji
[21/2, 11:32] ‪+91 91740 35621‬: GI guruji
[21/2, 11:35] ‪+91 91740 35621‬: Saader prnam guruji
[23/2, 12:01] ‪+91 91740 35621‬: सन्यासियों के तप को नमन
 हे गुरूदेव तुम्हें सादर नमन
[23/2, 12:01] ‪+91 91740 35621‬: गुरूजी आपके विभिन्न नाम
बताऐ ।
माता पिताजी का नाम
कितने  बरस की आयु से तप
आरंभ किया
   बताएं
[23/2, 12:20] Swamishishuvidehanand Tiw: बारावर्ष कि उम्र मे साक्षात्कार हूआ
[23/2, 12:22] Swamishishuvidehanand Tiw: पिता
हरीकीसनजी
माता
मिरादेवी
सरनेम तिवारी(अग्निहोत्री पारिक वंशीय, सामवेदी राणायणि शाखा)
[23/2, 12:27] Swamishishuvidehanand Tiw: हमारे नाम
सतिशसिंह " यह सिंह की पदवी हमें मराठासंघ के
अध्यक्ष    ने दी थी जबहमने अन्यायों के विरूदध बिगुल फुंका था, और दो शेरो से निह्त्थे भिडकर ग्यारहबालिकाओ के प्राणो कि रक्षा की थी, सन१९८० मे"
 हरीकिसनतिवारी हमारे पिता थे
[23/2, 12:28] Swamishishuvidehanand Tiw: हम जब सदगुरू के पास दीक्षा हेतू गये तो,ऊन्होने
[23/2, 13:32] Swamishishuvidehanand Tiw: एक कार्य देश के लिए करने को कहा, तो उससमय पंजाब आतंकवाद चलरहाथा
हमने
राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा
अकेले
कारंजा से पंजाब तक नीकाली
पंधरहसौकीलोमिटर
अकेले
साईकिल
पर
एक जगह बंदुक गोली भी लगी आतंकवादीयो की, क्योकि साईकील के एकदम सामने बोर्ड लगाया था
Enemy of terrorist
गोली घुटने को घीस के चली गयी( निशान है)
[23/2, 13:33] Swamishishuvidehanand Tiw: और एक कार्य कृषि संबंधीत करने कोकहा
सदगुरूदेवजी ने
[23/2, 13:35] Swamishishuvidehanand Tiw: तब वापस आकर
खेती कार्य किए
नागर(हल)चलाया, घास काटकर गायबैलो को चराने तक का काम कीया
[23/2, 13:35] Swamishishuvidehanand Tiw: खेत बो
कर
फसल
उगाई
[23/2, 13:37] Swamishishuvidehanand Tiw: यह
दोनो कार्य
का डेमाँस्टरेशन
गूरूदेव
ने
खूद
परखा
फिर
दी
गूरूदीक्षा
[23/2, 13:38] Swamishishuvidehanand Tiw: वैसै असली दिक्षा ऊन्होने
जनम के
आठवेवर्ष मे ही
कर्ण दीक्षा दे दी
थी
[23/2, 13:50] Swamishishuvidehanand Tiw: उस आठवे वर्ष मे
हम
को चारोवेद और एक्किसपूराणों
का
ज्ञान
प्राप्त हुआ
[24/2, 15:11] ‪+91 91740 35621‬: Saader namn guruji
[24/2, 18:25] Swamishishuvidehanand Tiw: फिर
समाधि योग कि दीक्षा दी, और एस्ट्राल बाँडी
से
खुद को अलगकर
स्पिरीच्युअल
बाँडी के त्रैक्षांस मे ,
काँस्मिक बाँडी को घुलन सार रहे
यह
दीक्षा दी जिससेहम सूदूर निहारीकाओं
मे
जाकर
आसकते है, और
परीक्षा ली
पास
होनेपर हमें
सौरमण्डलेश्वर
की
उपाधी
और

श्री
प्रदान किए
१श्रि----- फिजीकलबाँडी
२श्रि------काँस्मिकबाँडी
३श्रि-------आँरा बाँडी
४श्रि------- एस्ट्राँलबाँडी
५श्रि-------- स्पिरिच्युअलबाँडी
६श्रि--------- पार्टिकल्सबाँडी
७श्रि---------- युनिवर्सल बाँडी
८श्रि-----------    -२एमडेल्टा पिक्युस्केयर बाँडी
९श्रि----------    ......... बाँडी  

ऐसी ९ श्रि कि ऊपाधियां दी ,
[24/2, 18:31] Swamishishuvidehanand Tiw: ओम मायनस टू M^ DeLta t२
मायनस टू एम डेल्टा पि क्यु स्क्वेयर

यह एक प्रकार का डेफिनेशन है, जो त्रिविक्षसंज्ञाओं को
नित्यनुतनप्रारूप देता है,
जिससे
हि
अनेकानेक
युनिवर्सल
बनते बिगडते है
[24/2, 19:58] Swamishishuvidehanand Tiw: यह
यहा
से
पूरा
का
पूरा
चाहिए


[28/1, 11:48] ‪+91 91740 35621‬: सादर नमन गुरूजी
[1/2, 08:54] ‪+91 91740 35621‬: ,सादर नमन गुरुजी
[3/2, 18:29] ‪+91 91740 35621‬: जय गुरुदेव
[3/2, 21:39] Swamishishuvidehanand Tiw: Kary shuru kiya kya
[4/2, 10:34] ‪+91 91740 35621‬: Gurujo
[4/2, 19:05] ‪+91 91740 35621‬: Safer pranam guruji
[4/2, 19:05] ‪+91 91740 35621‬: Kaise shruwat karen
[4/2, 19:07] ‪+91 91740 35621‬: Saader namn guruji
[4/2, 19:07] ‪+91 91740 35621‬: Kaise shuruwaat karen
[4/2, 19:08] ‪+91 91740 35621‬: Mughe batayen
[4/2, 23:05] Swamishishuvidehanand Tiw: महीलाऔ को जोडकर
[4/2, 23:07] Swamishishuvidehanand Tiw: हर रोज
नौ
पाठ
जगतगुरू स्रौत्र
के
सामूहीक
पाठ
करें
और
रोज
उन पाठो कि गणना
लिख रखे
[4/2, 23:09] Swamishishuvidehanand Tiw: साथ
मे
दुर्रगाकरुणासत्तोत्र
के
भी पाठ
चलने
दे
[4/2, 23:12] Swamishishuvidehanand Tiw: और
हर
रविवार को
बागडदेव जी के प्लाट
मे
जहाँ
हमारी
खडाऊ
सथापन हैं वहाँ
सामुदायिक हवन और
वह
तिन
आरती या
[4/2, 23:12] Swamishishuvidehanand Tiw: करे
[11/2, 18:42] ‪+91 91740 35621‬: Jay ho guruji
[11/2, 19:59] Swamishishuvidehanand Tiw: [4/2, 23:05] Swamishishuvidehanand Tiw: महीलाऔ को जोडकर
[4/2, 23:07] Swamishishuvidehanand Tiw: हर रोज
नौ
पाठ
जगतगुरू स्रौत्र
के
सामूहीक
पाठ
करें
और
रोज
उन पाठो कि गणना
लिख रखे
[4/2, 23:09] Swamishishuvidehanand Tiw: साथ
मे
दुर्रगाकरुणासत्तोत्र
के
भी पाठ
चलने
दे
[4/2, 23:12] Swamishishuvidehanand Tiw: और
हर
रविवार को
बागडदेव जी के प्लाट
मे
जहाँ
हमारी
खडाऊ
सथापन हैं वहाँ
सामुदायिक हवन और
वह
तिन
आरती या
[4/2, 23:12] Swamishishuvidehanand Tiw: करे

शुरू
किया
क्या
कार्य
[14/2, 12:39] ‪+91 91740 35621‬: Pranam guruji
[14/2, 21:25] Swamishishuvidehanand Tiw: ये
हमारा
महाकुलकण्डलिनी का फोटो सेवकरकेरखो
[14/2, 22:05] ‪+91 91740 35621‬: Gi guruji
[18/2, 12:31] ‪+91 91740 35621‬: Prnam gurugi
[18/2, 12:45] ‪+91 91740 35621‬: हे गुरुदेव। आपकी
               महिमा अपार है
आपको तो बारम्बार
               प्रणाम हजार है

🔔🔔🔔🔔🔔
[18/2, 13:03] ‪+91 91740 35621‬: पुजा जप तप
       जन कल्याण
             में है जिंदगी जिनकी
                                  सारी
ऐसे महाकुलकुण्डलिनी के
           स्वामी को है
            सत् सत् नमन हमारी
       🔔🔔🔔🔔🔔
[18/2, 23:01] Swamishishuvidehanand Tiw: धनय्वाद
[19/2, 15:43] ‪+91 91740 35621‬: ओज तेज के स्वामी हो तुम
  दिवय दृष्टि के स्वामी हो तुम

पल भर मे सब कुछ जान जाओ
                                       तुम
जीवन को संवार   दो तुम

दुखी मानुष के दुख हर जाओ तुम
खुशियों के हर पल दे जाओ तुम
 
ऐसे दयालु गुरूदेव हो तुम

       सादर नमन गुरूजी
[19/2, 15:46] Swamishishuvidehanand Tiw: तमहमपर
एक स्रोत्रलिखो
[19/2, 15:46] Swamishishuvidehanand Tiw: स्वामिशिशुवीदेहीस्रोत्र
[19/2, 15:47] ‪+91 91740 35621‬: किस तरह से
[19/2, 15:47] ‪+91 91740 35621‬: कितनी लाईन का
[19/2, 15:48] Swamishishuvidehanand Tiw: हमारा एक नाम और
है
अखण्डानंदत्रिलोकचंदव्यास
यह
[19/2, 15:48] Swamishishuvidehanand Tiw: 1008 लाईन का
[19/2, 15:49] ‪+91 91740 35621‬: उसमें कया कया हो
[19/2, 15:51] Swamishishuvidehanand Tiw: औम स्वामिशिशुविदेहानन्दत्रिलोखण्डानन्द
[19/2, 15:53] Swamishishuvidehanand Tiw: सब हो ज्ञानविज्ञान सहित
हमारीलिलाए और
चमत्कार
संकलन करो
किताब के रूप में
[19/2, 15:54] Swamishishuvidehanand Tiw: बडौदा की पिंकि
से भी थोडा पुछलो
[19/2, 15:55] Swamishishuvidehanand Tiw: 09228199379
[19/2, 15:55] ‪+91 91740 35621‬: गुरु जी जी
[19/2, 15:58] Swamishishuvidehanand Tiw: हमनेसन2006मे
हायड्रोल्कोजाईर
मशीन ( जो गाँड पार्टिकल्स) बनानेवाली थी, यहा बैठेबैठै महाकुलकुण्डलिनिशक्ती से वहमशीन बंद
करा दी जो आज भी भंगारजैसे पडी है
[19/2, 15:58] Swamishishuvidehanand Tiw: और
[19/2, 15:58] ‪+91 91740 35621‬: उनहोने कुछ लिखा है कया
[19/2, 15:59] ‪+91 91740 35621‬: Waw
[19/2, 16:00] ‪+91 91740 35621‬: आप और जानकारियां मुझे दें
[19/2, 16:02] Swamishishuvidehanand Tiw: सन 12/12/2012 कौ सोलर ईन्जेक्शन
जो
पृथ्विपर गिरकर पुरी तरफसबकुछ कोलँप्स करनेवाला था, उस ईन्जेक्शन के
विकिरण को
खुद
पर ( माथे की लेफ्ट साईड ,जहा अब रोज नित्यप्रती। पेन। होता है
[19/2, 16:02] Swamishishuvidehanand Tiw: खुद पर लेकर युनिवर्सल को बचाया था
[19/2, 16:03] ‪+91 91740 35621‬: Waw
[19/2, 16:03] Swamishishuvidehanand Tiw: पिंकी भी खोजकररहीहै
हमपर
[19/2, 16:04] Swamishishuvidehanand Tiw: और
एक
विदेशी छात्रा नतालीया रेन्कोन्गोज भी
कुछलिखरहीहै
[19/2, 16:05] ‪+91 91740 35621‬: Khan per hai
[19/2, 16:22] Swamishishuvidehanand Tiw: वह जर्मनी में है
[20/2, 17:44] ‪+91 91740 35621‬: Saader namn gurugi
Kal pink Ji she baat hui
[20/2, 17:45] ‪+91 91740 35621‬: Pinki
[20/2, 19:08] Swamishishuvidehanand Tiw: हा ऊससे संपर्क रखो
[20/2, 19:10] Swamishishuvidehanand Tiw: हमारे
युनिवर्सल को
रिकनस्ट्र्क्ट करने के
कार्य
का पुरालेखाजोखा
लिपीबद्ध करो
[20/2, 19:15] Swamishishuvidehanand Tiw: ता १9/२/२०१७/_दोपहर
' 3*30
श्रिदुर्गारक्ताम्बरा शक्तिपीठ ,संस्थापक अध्यक्ष
हम स्वामि शिशुविदेहानंद सरस्वती तिवारी महाराज ' अग्निहोत्रितिवारी'
तिवारी का बाडा
कारंजालाड (दत्त) 444105 जिला वाशिम महाराष्ट्र

 माॅ  मीराबाई ह तिवारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम सव्वाकरोड मिट्टी के शिवलिंग निर्माण में विश्व के  अनेकानेक व्यक्ति

ग्लोबल वार्मिंग एवं भूमंडलीय औष्णिकरण पर सन 1994/2005/ से कार्य  अध्यात्मिक पद्धति  से शुरू है

पहलाचरण एकतालिसलाख ग्यारह हजार पाचसौ का पुर्ण हो चूका,
अब
दुसराचरण एकतालिसलाख ग्यारहहजार मिट्टि के शिवलिंग निर्माण का शुरू है ,
।। अथातों  भक्त  जिद्न्यासा।।

सेठ श्री नरेश ग्यानचंदानीजी
रहनेवाले बडौदा ( गुजराथ)
शक्तिपीठ में पर्जन्ययज्ञ एवं पर्यावरणिय त्रैक्ष्र्य्र्र् हेतु
55 किलो गाय का घी भेजरहे है ।
यहां हम सन 1977/1994/2005 से लगातार
पर्जूभ्यम्यज्ञ कररहे है ।
[20/2, 19:16] Swamishishuvidehanand Tiw: यहसब
डाटा भी कही सेव कर रखो
[21/2, 11:32] ‪+91 91740 35621‬: GI guroji
[21/2, 11:32] ‪+91 91740 35621‬: GI guruji
[21/2, 11:35] ‪+91 91740 35621‬: Saader prnam guruji
[23/2, 12:01] ‪+91 91740 35621‬: सन्यासियों के तप को नमन
 हे गुरूदेव तुम्हें सादर नमन
[23/2, 12:01] ‪+91 91740 35621‬: गुरूजी आपके विभिन्न नाम
बताऐ ।
माता पिताजी का नाम
कितने  बरस की आयु से तप
आरंभ किया
   बताएं
[23/2, 12:20] Swamishishuvidehanand Tiw: बारावर्ष कि उम्र मे साक्षात्कार हूआ
[23/2, 12:22] Swamishishuvidehanand Tiw: पिता
हरीकीसनजी
माता
मिरादेवी
सरनेम तिवारी(अग्निहोत्री पारिक वंशीय, सामवेदी राणायणि शाखा)
[23/2, 12:27] Swamishishuvidehanand Tiw: हमारे नाम
सतिशसिंह " यह सिंह की पदवी हमें मराठासंघ के
अध्यक्ष    ने दी थी जबहमने अन्यायों के विरूदध बिगुल फुंका था, और दो शेरो से निह्त्थे भिडकर ग्यारहबालिकाओ के प्राणो कि रक्षा की थी, सन१९८० मे"
 हरीकिसनतिवारी हमारे पिता थे
[23/2, 12:28] Swamishishuvidehanand Tiw: हम जब सदगुरू के पास दीक्षा हेतू गये तो,ऊन्होने
[23/2, 13:32] Swamishishuvidehanand Tiw: एक कार्य देश के लिए करने को कहा, तो उससमय पंजाब आतंकवाद चलरहाथा
हमने
राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा
अकेले
कारंजा से पंजाब तक नीकाली
पंधरहसौकीलोमिटर
अकेले
साईकिल
पर
एक जगह बंदुक गोली भी लगी आतंकवादीयो की, क्योकि साईकील के एकदम सामने बोर्ड लगाया था
Enemy of terrorist
गोली घुटने को घीस के चली गयी( निशान है)
[23/2, 13:33] Swamishishuvidehanand Tiw: और एक कार्य कृषि संबंधीत करने कोकहा
सदगुरूदेवजी ने
[23/2, 13:35] Swamishishuvidehanand Tiw: तब वापस आकर
खेती कार्य किए
नागर(हल)चलाया, घास काटकर गायबैलो को चराने तक का काम कीया
[23/2, 13:35] Swamishishuvidehanand Tiw: खेत बो
कर
फसल
उगाई
[23/2, 13:37] Swamishishuvidehanand Tiw: यह
दोनो कार्य
का डेमाँस्टरेशन
गूरूदेव
ने
खूद
परखा
फिर
दी
गूरूदीक्षा
[23/2, 13:38] Swamishishuvidehanand Tiw: वैसै असली दिक्षा ऊन्होने
जनम के
आठवेवर्ष मे ही
कर्ण दीक्षा दे दी
थी
[23/2, 13:50] Swamishishuvidehanand Tiw: उस आठवे वर्ष मे
हम
को चारोवेद और एक्किसपूराणों
का
ज्ञान
प्राप्त हुआ
[24/2, 15:11] ‪+91 91740 35621‬: Saader namn guruji
[24/2, 18:25] Swamishishuvidehanand Tiw: फिर
समाधि योग कि दीक्षा दी, और एस्ट्राल बाँडी
से
खुद को अलगकर
स्पिरीच्युअल
बाँडी के त्रैक्षांस मे ,
काँस्मिक बाँडी को घुलन सार रहे
यह
दीक्षा दी जिससेहम सूदूर निहारीकाओं
मे
जाकर
आसकते है, और
परीक्षा ली
पास
होनेपर हमें
सौरमण्डलेश्वर
की
उपाधी
और

श्री
प्रदान किए
१श्रि----- फिजीकलबाँडी
२श्रि------काँस्मिकबाँडी
३श्रि-------आँरा बाँडी
४श्रि------- एस्ट्राँलबाँडी
५श्रि-------- स्पिरिच्युअलबाँडी
६श्रि--------- पार्टिकल्सबाँडी
७श्रि---------- युनिवर्सल बाँडी
८श्रि-----------    -२एमडेल्टा पिक्युस्केयर बाँडी
९श्रि----------    ......... बाँडी  

ऐसी ९ श्रि कि ऊपाधियां दी ,
[24/2, 18:31] Swamishishuvidehanand Tiw: ओम मायनस टू M^ DeLta t२
मायनस टू एम डेल्टा पि क्यु स्क्वेयर

यह एक प्रकार का डेफिनेशन है, जो त्रिविक्षसंज्ञाओं को
नित्यनुतनप्रारूप देता है,
जिससे
हि
अनेकानेक
युनिवर्सल
बनते बिगडते है
[1/3, 16:50] Swamishishuvidehanand Tiw: [20/2, 19:16] Swamishishuvidehanand Tiw: यहसब
डाटा भी कही सेव कर रखो
[21/2, 11:32] ‪+91 91740 35621‬: GI guroji
[21/2, 11:32] ‪+91 91740 35621‬: GI guruji
[21/2, 11:35] ‪+91 91740 35621‬: Saader prnam guruji
[23/2, 12:01] ‪+91 91740 35621‬: सन्यासियों के तप को नमन
 हे गुरूदेव तुम्हें सादर नमन
[23/2, 12:01] ‪+91 91740 35621‬: गुरूजी आपके विभिन्न नाम
बताऐ ।
माता पिताजी का नाम
कितने  बरस की आयु से तप
आरंभ किया
   बताएं
[23/2, 12:20] Swamishishuvidehanand Tiw: बारावर्ष कि उम्र मे साक्षात्कार हूआ
[23/2, 12:22] Swamishishuvidehanand Tiw: पिता
हरीकीसनजी
माता
मिरादेवी
सरनेम तिवारी(अग्निहोत्री पारिक वंशीय, सामवेदी राणायणि शाखा)
[23/2, 12:27] Swamishishuvidehanand Tiw: हमारे नाम
सतिशसिंह " यह सिंह की पदवी हमें मराठासंघ के
अध्यक्ष    ने दी थी जबहमने अन्यायों के विरूदध बिगुल फुंका था, और दो शेरो से निह्त्थे भिडकर ग्यारहबालिकाओ के प्राणो कि रक्षा की थी, सन१९८० मे"
 हरीकिसनतिवारी हमारे पिता थे
[23/2, 12:28] Swamishishuvidehanand Tiw: हम जब सदगुरू के पास दीक्षा हेतू गये तो,ऊन्होने
[23/2, 13:32] Swamishishuvidehanand Tiw: एक कार्य देश के लिए करने को कहा, तो उससमय पंजाब आतंकवाद चलरहाथा
हमने
राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा
अकेले
कारंजा से पंजाब तक नीकाली
पंधरहसौकीलोमिटर
अकेले
साईकिल
पर
एक जगह बंदुक गोली भी लगी आतंकवादीयो की, क्योकि साईकील के एकदम सामने बोर्ड लगाया था
Enemy of terrorist
गोली घुटने को घीस के चली गयी( निशान है)
[23/2, 13:33] Swamishishuvidehanand Tiw: और एक कार्य कृषि संबंधीत करने कोकहा
सदगुरूदेवजी ने
[23/2, 13:35] Swamishishuvidehanand Tiw: तब वापस आकर
खेती कार्य किए
नागर(हल)चलाया, घास काटकर गायबैलो को चराने तक का काम कीया
[23/2, 13:35] Swamishishuvidehanand Tiw: खेत बो
कर
फसल
उगाई
[23/2, 13:37] Swamishishuvidehanand Tiw: यह
दोनो कार्य
का डेमाँस्टरेशन
गूरूदेव
ने
खूद
परखा
फिर
दी
गूरूदीक्षा
[23/2, 13:38] Swamishishuvidehanand Tiw: वैसै असली दिक्षा ऊन्होने
जनम के
आठवेवर्ष मे ही
कर्ण दीक्षा दे दी
थी
[23/2, 13:50] Swamishishuvidehanand Tiw: उस आठवे वर्ष मे
हम
को चारोवेद और एक्किसपूराणों
का
ज्ञान
प्राप्त हुआ
[24/2, 15:11] ‪+91 91740 35621‬: Saader namn guruji
[24/2, 18:25] Swamishishuvidehanand Tiw: फिर
समाधि योग कि दीक्षा दी, और एस्ट्राल बाँडी
से
खुद को अलगकर
स्पिरीच्युअल
बाँडी के त्रैक्षांस मे ,
काँस्मिक बाँडी को घुलन सार रहे
यह
दीक्षा दी जिससेहम सूदूर निहारीकाओं
मे
जाकर
आसकते है, और
परीक्षा ली
पास
होनेपर हमें
सौरमण्डलेश्वर
की
उपाधी
और

श्री
प्रदान किए
१श्रि----- फिजीकलबाँडी
२श्रि------काँस्मिकबाँडी
३श्रि-------आँरा बाँडी
४श्रि------- एस्ट्राँलबाँडी
५श्रि-------- स्पिरिच्युअलबाँडी
६श्रि--------- पार्टिकल्सबाँडी
७श्रि---------- युनिवर्सल बाँडी
८श्रि-----------    -२एमडेल्टा पिक्युस्केयर बाँडी
९श्रि----------    ......... बाँडी  

ऐसी ९ श्रि कि ऊपाधियां दी ,
[24/2, 18:31] Swamishishuvidehanand Tiw: ओम मायनस टू M^ DeLta t२
मायनस टू एम डेल्टा पि क्यु स्क्वेयर

यह एक प्रकार का डेफिनेशन है, जो त्रिविक्षसंज्ञाओं को
नित्यनुतनप्रारूप देता है,
जिससे
हि
अनेकानेक
युनिवर्सल
बनते बिगडते है
[24/2, 19:28] ‪+91 91740 35621‬: Gi guruji
[25/2, 12:01] ‪+91 91740 35621‬: चारों वेद व एक्किस पुरानों के
                                ज्ञाता को
हमारा सादर नमन हो उस
                              विधाता को
[26/2, 11:53] ‪+91 91740 35621‬: पिता हरिकिसन जी व
      पूजनीय माता मीरादेवी
                      के लाल को
   सत सत नमन


     जय गुरूदेव. ,,
[1/3, 07:20] ‪+91 91740 35621‬: गंगा जल सा पावन मन
   निश्छल जिनका तप और बल
९श्री उपाधियां पाई जिसने
   समाधी योगकी दीक्षा पाईजिसने                     जिसने
केसरी वस्त्र धारण करने वाले

  कास्मिक बाडी में घुलनसार
                             रहने वाले।  
 गुरुदीक्षा जब ले रहे थे  
एक वक्त उनका ऐसा आया
  पंजाब में आतंकवाद चल रहाथा
आतंकवादी हमला कर रहा था
                                                       
                                              तब
राष्ट्रीय एकात्मकता यात्रा
                      निकाल रहे थे
देश के वीर सपूत बने   थे
 Enemy of terroristकी मुहीम छिडी।                               कारंजा से पंजाब तक यात्रा
                               निकली
आतंकवादी ने गोली चलाई
    गोली घुटने को छू कर निकली
श्री शिशुविदेहानंद को छू न पाई
ऐसी अदभुत लीला सामने आई
[1/3, 07:21] ‪+91 91740 35621‬: सत सत नमन
[1/3, 14:12] ‪+91 91740 35621‬: पंजाब वाली घटना किस सन की थी
आपका जन्म समय व नक्षत्र
आदि जानकारी बताएं
[1/3, 16:47] Swamishishuvidehanand Tiw: घटना
१'३'1९८९'
कि है, या आगेपिछे
हमारा जनमसमय उत्तररात्रि 4:४८
नक्षत्र है
शततारका

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