Friday, 5 February 2016

satya______ kabhi'' Upasthit_nahi_thaa.....++++++++

हा'' यह'' सच''है''की'' सत्य''कभी''{ भी } उपस्थित_नहीं_था_{ और''ना''ही''रहेगा'''}
क्यों''की'' वह''' जुटा '' ही''नाही'' कभी''' खुद''को'' प्रमाणित''करने''में''{ या'' यु''भी' कह''सकते''है''की' उसका'' कभी''जन्म''ही''नहीं''हुआ'''{ वो_था_ही_नहीं_ '' कसम''से'''
क्यों''की'' उसके''भीतर''हमेशा'' टूटन''रही'' { किसके????_ अरे''अभी तुमने ही तो कहा की ''उसका' कभी 'जन्म'ही नहीं हुआ '' तो ''टूटन'' किसकी''रही...?
दोस्त_टूटन_ प्रमाणिता_की_रही_...
'''' इदं''न''मम्    । ...
एक'आँख'में' ब्रम्हाण्ड
दूसरी''में'' महामाया'''     ...... तो..वह..प्रमाणित'''  रहस्य'' हमेशा''' उस'''' लाल''मॅटर { में'''रहा'''{ ३ री ' }
जो''' लालसाओं_के_ चक्क्रर _ कभी_जाना_ही_ नहीं_गया.... 

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